यदि आपको अपने बच्चे के COVID–19 से संक्रमित होने की आशंका है, तो कृपया समर्पित हॉटलाइन को 1800 675 398 पर कॉल करें या और अधिक जानकारी के लिए वेबसाइट
https://www.health.gov.au/ पर जाएँ।
बहुत से माता–पिता इस बारे में सलाह प्राप्त करने के इच्छुक हैं कि कोरोनावायरस महामारी का सामना करने के लिए वे अपने बच्चों को सबसे अच्छा समर्थन कैसे दे सकते हैं। परिस्थिति में तेजी से परिवर्तन होने, लगातार रूप से लोगों के अस्वस्थ होने के समाचार, और कई बच्चों के लिए अपनी सामान्य गतिविधियाँ जारी रखने में असमर्थ होने के कारण यह समय परिवारों के लिए बहुत ही अधिक अनिश्चितता का समय है। इस तथ्य पत्रक में माता–पिता और देखभालकर्ताओं के लिए अपने बच्चों को समर्थन देने और इस चुनौतीपूर्ण तथा अनिश्चितता के समय में उनके प्रश्नों के उत्तर देने में सहायता के लिए जानकारी उपलब्ध है।
अपने बच्चों के साथ कोरोनावायरस के बारे में बात करें (Talk about coronavirus with your children)
यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने बच्चों के साथ कोरोनावायरस के बारे में बात करने से संकोच न करें – इस विषय से दूर रहने के कारण वे इस बारे में और भी अधिक चिंतित व अनिश्चित महसूस कर सकते हैं कि क्या चल रहा है। कई बच्चों के पास पहले से ही कोरोनावायरस के बारे में विचार और धारणाएँ होंगी, इसलिए उनसे यह पूछकर शुरू करें कि वे क्या जानते हैं। खुले उत्तरों वाले प्रश्न पूछें और यदि उन्हें कुछ भी गलत सुनाई दिया है, तो उनकी चिंताओं, भय या गलत जानकारी को संबोधित करें। बच्चों को यह बताना ठीक है कि अभी हमारे पास सभी उत्तर नहीं हैं, लेकिन जब हमें और अधिक जानकारी मिलेगी तो हम इस जानकारी को उनके साथ साझा करेंगे।
आयु के अनुसार उपयुक्त तरीके से खुले और ईमानदार बने रहें (Be open and honest, but age-appropriate)
तथ्यों से दूर न हों, लेकिन अपने बच्चे के साथ जानकारी साझा करते समय उसकी आयु के बारे में सोचें। अलग–अलग आयु के बच्चों को अलग–अलग उत्तरों की आवश्यकता होगी। छोटे बच्चों के लिए इसे सरल और स्पष्ट बनाए रखें और बड़े बच्चों और किशोर/किशोरियों के लिए और अधिक विस्तृत जानकारी प्रदान करें।
बच्चों को यह याद दिलाना आवश्यक है कि उन्हें वायरस का संक्रमण तो हो सकता है, लेकिन इसके कारण उनके बीमार पड़ने की संभावना नहीं है। उन्हें बताएँ कि यदि वे बीमार पड़ते भी हैं तो यह सर्दी–जुकाम जैसा होगा, जिसका अनुभव उन्हें पहले हो चुका है। उनके शरीर में बुखार, खाँसी, नाक बहना या गले में खराश जैसे लक्षण पैदा हो सकते हैं और वे कुछ दिनों या लगभग एक सप्ताह के लिए बीमार पड़ सकते हैं, और फिर वे स्वस्थ हो जाएँगे। बच्चों को यह बताना ठीक है कि वयस्कों के बीमार पड़ने की संभावना अधिक होती है, विशेषकर यदि वे वयोवृद्ध हैं या वे किसी चिकित्सीय रोग से ग्रस्त हैं। उन्हें बताएँ कि हाथ धोने और सामाजिक दूरी जैसी समुदाय में लागू की जाने वाली जो अधिकाँश गतिविधियाँ उन्हें दिखाई दे रही हैं, वे वास्तव में सबसे कमजोर लोगों की सुरक्षा के लिए हैं। ये कार्य करके वे दूसरों को सुरक्षित करने में मदद कर रहे हैं।
सकारात्मक और आशावान बने रहें (Stay positive and hopeful)
अपने बच्चों के साथ कोरोनावायरस के बारे में चर्चा करते समय सकारात्मक और आशावान बने रहना मददगार होता है। मीडिया में अक्सर चिंताओं और नकारात्मक पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया जाता है, इसलिए आपके बच्चे अभिभूत महसूस कर सकते हैं और ऐसा मान सकते हैं कि स्थिति निराशाजनक है। उन्हें समझाएँ कि इस वायरस के बारे में पता लगाने के लिए बहुत सारे डॉक्टर और वैज्ञानिक वास्तव में कड़ी मेहनत कर रहे हैं, और वे हरेक दिन इसके बारे में नई–नई बातें सीख रहे हैं। उन्हें यह भी बताएँ कि पूरी दुनिया–भर में कई लोग कोरोनावायरस से ठीक हो गए हैं। बच्चों के लिए यह जानना भी महत्वपूर्ण है कि हालाँकि इस समय परिस्थिति अलग है और कुछ समय के लिए कठिनाई हो सकती है, लेकिन अंत में सब–कुछ सामान्य हो जाएगा।
बच्चों को मीडिया से मिलने वाली जानकारी की मात्रा सीमित करें (Limit information children get through the media)
कोरोनावायरस के बारे में मीडिया में बहुत सारी जानकारी उपलब्ध है और इस बात की संभावना है कि आपके बच्चे टीवी, रेडियो और ऑनलाइन माध्यमों से यह सब देख-सुन रहे हैं। आपका बच्चा समाचारों और सोशल मीडिया में इस जानकारी की जितनी मात्रा देखता, सुनता और पढ़ता है, उसे सीमित करने का प्रयास करें। भयावह तस्वीरें देखना या कोरोनावायरस के मामलों की बढ़ती सँख्या के बारे में पढ़ना बहुत अभिभूत या विचलित करने वाला एहसास हो सकता है। समाचारों या ऑनलाइन माध्यमों में भयभीत करने वाली सामग्री के प्रति अपने बच्चे के अभिमुख होने को सीमित करने की कोशिश करना खासकर महत्वपूर्ण होता है।
उन बातों पर ध्यान केंद्रित करें, जो बच्चों के नियंत्रण में हैं (Focus on the things children can control)
हमें बच्चों को इस बात पर ध्यान केंद्रित करने में सहायता देने की कोशिश करनी चाहिए कि वे सुरक्षित और स्वस्थ बने रहने के लिए क्या कर सकते हैं। बच्चे जो कार्य व्यावहारिक रूप से कर सकते हैं, उन्हें वे कार्य देने से बच्चों को असहाय के बजाय सशक्त महसूस कर पाने में सहायता मिलेगी। बच्चों को हाथों की स्वच्छता के बारे में याद दिलाएँ – यह सुनिश्चित करें कि उन्हें अपने हाथों को ठीक से धोने का तरीका पता रहे और खाने से पहले व बाद में तथा साथ ही अपने चेहरे को छूने या नाक साफ करने के बाद उन्हें ऐसा करने की याद दिलाएँ। स्वस्थ बने रहने के बारे में हमारा वीडियो देखें। उन्हें अपनी कोहनी में मुँह दबाकर खाँसना या छींकना सिखाएँ। उन्हें अपनी आंखों, नाक और मुँह को न छूने की कोशिश करने की याद दिलाएँ। जहाँ संभव हो, भीड़–भाड़ से दूर रहना चाहिए और लोगों को अपने घर से बाहर के लोगों के साथ निकट शारीरिक संपर्क में आने से बचना चाहिए। बच्चों को हाथ मिलाए बिना एक–दूसरे का अभिवादन करना सिखाएँ, जैसे कोहनियों या पैरों को छूकर।
शारीरिक सक्रियता, स्वास्थ्यप्रद आहार और भरपूर नींद के माध्यम से स्वस्थ बने रहना भी वास्तव में अपने बच्चों को समर्थन देने के महत्वपूर्ण तरीके हैं। बहुत से बच्चे इस बारे में निराश हैं कि उनके नियमित खेलों और अन्य गतिविधियों को रद्द किया जा सकता हैं। अपने बच्चों को सक्रिय बनाए रखने के लिए अन्य तरीकों की खोज करें, जैसे घर के पिछवाड़े में समय बिताना या परिवार के साथ चहलकदमी करने जाना, दौड़ लगाना या बाइक चलाना।
जितना संभव हो सके, दिनचर्याओं का पालन करें (Stick to routines where possible)
अनिश्चित और परिवर्तनशील समय के दौरान बच्चों को दिनचर्या की आवश्यकता पहले की तुलना में और भी अधिक होती है। घर के अंदर और दैनिक जीवन में यथासंभव सामान्यता बनाए रखें और परिवार के लिए साथ में समय बिताना शामिल करें। आप अपने बच्चे के भोजन तथा सोने के समय और साथ ही बड़े बच्चों के लिए उनकी ऑनलाइन शिक्षण गतिविधियों के अनुसार दिनचर्या को संरचित कर सकते/सकती हैं। दिन में कुछ शारीरिक गतिविधि शामिल करने की कोशिश करें, क्योंकि यह सभी आयु के बच्चों के लिए महत्वपूर्ण है, और साथ ही वयस्कों के लिए भी अच्छा रहता है।
अपने बच्चों को दिखाएँ कि आप शाँत हैं (Show your children that you are calm)
बच्चे परिस्थितियों पर प्रतिक्रिया देने के लिए अपने माता–पिता और देखभालकर्ताओं की ओर एक मार्गदर्शक के रूप में देखते हैं। यहाँ तक कि बहुत छोटी आयु के बच्चे भी वयस्कों में तनाव और व्यग्रता के प्रति संवेदनशील होते हैं। बच्चों को शाँत बनाए रखने में सहायता के लिए माता–पिता और देखभालकर्ताओं को अपनी भावनाओं और चिंताओं का नियंत्रण करना चाहिए। जब आप विशेष रूप से तनावग्रस्त या अभिभूत महसूस कर रहे हों, तो कोरोनावायरस के बारे में बच्चों से बात न करने की कोशिश करें। आप उनके साथ बात करने के लिए अपने सहजीवी या किसी अन्य भरोसेमंद वयस्क से आग्रह कर सकते/सकती हैं।
अपने बच्चों में चिंता या तनाव के लक्षण देखें (Look out for signs of anxiety or stress in your children)
तनावपूर्ण स्थितियों में हर कोई अलग–अलग तरह से प्रतिक्रिया करता है। कुछ बच्चे स्वाभाविक रूप से दूसरों की तुलना में अधिक व्यग्रता महसूस करते हैं, और कोरोनावायरस उन्हें बहुत अधिक प्रभावित कर सकता है। अपने बच्चों में अत्यधिक चिंता या असामान्य व्यवहार दिखाई देने का ध्यान रखें। छोटे बच्चों के व्यवहार में परिवर्तन, और अधिक भावुक होने, अत्यधिक क्रोध महसूस करने अथवा सोने या खाने में परेशानी होने जैसे संकेत दिखाई दे सकते हैं। बड़े बच्चों में भी ये संकेत दिखाई दे सकते हैं, या उनमें विचलित महसूस करने, ध्यान केंद्रित करने में परेशानी या भूलने की समस्याएँ विकसित हो सकती हैं। कुछ बच्चों में बार–बार एक ही कार्य करने या अत्यधिक आवेशयुक्त कार्य करने जैसे व्यवहार विकसित हो सकते हैं, उदाहरण के लिए कीटाणुओं या संदूषण का अत्यधिक भय।
अपने बच्चों के साथ COVID–19 के अलावा अन्य बातों के बारे में भी बातचीत करना सुनिश्चित करें। अपने बच्चों के साथ बैठकर उनकी चिंताओं के बारे में सुनने के लिए समय निकालें। यदि आप इस बात को लेकर चिंतित हैं कि आपका बच्चा अत्यधिक व्यग्रता या तनाव के संकेत प्रदर्शित कर रहा है, तो अपने जीपी [GP] से सलाह लें।
अपना ध्यान भी रखें (Look after yourself too)
अनिश्चितता और तनाव का समय पारिवारिक संबंधों पर अत्यधिक दबाव डाल सकता है। बच्चों को सबसे अच्छे तरीके से समर्थन देने के लिए यह महत्वपूर्ण है कि माता–पिता इस अत्यधिक तनावपूर्ण और कठिन समय के दौरान अपना ध्यान भी रखें। पर्याप्त रूप से आराम करने और अपनी देखभाल के लिए समय निकालने की कोशिश करें। यदि आप विशेष रूप से तनावग्रस्त, अभिभूत या असुरक्षित महसूस कर रहे/रही हैं, या आप अपने बच्चों को उस तरह से समर्थन नहीं दे पा रहे/रही हैं जिस तरह से आप चाहते/चाहती हैं, तो कृपया अपने परिवार और दोस्तों से समर्थन प्राप्त करें।
याद रखने योग्य मुख्य बातें (Key points to remember)
- बच्चे तनावपूर्ण परिस्थितियों पर प्रतिक्रिया देने के लिए वयस्कों की ओर एक मार्गदर्शक के रूप में देखते हैं।
- अपने बच्चे के साथ कोरोनावायरस के बारे में बात करते समय शाँत, सकारात्मक और आशावान बने रहें
- स्पष्ट, ईमानदार और आयु के अनुसार उपयुक्त जानकारी दें
- कोरोनावायरस के बारे में मीडिया के प्रयोग को सीमित करें
- बच्चों को व्यावहारिक कार्य करने के लिए कहें, जैसे अच्छी तरह से हाथों की स्वच्छता बनाए रखना, ताकि उन्हें नियंत्रण का एहसास होने में सहायता मिल सके
- यह सुनिश्चित करें कि आप और आपका बच्चा शारीरिक रूप से सक्रिय रहें
- यदि आप या आपका बच्चा अभिभूत या तनावग्रस्त महसूस कर रहा है, तो दोस्तों, परिवार या अपने जीपी [GP] से सहायता लें
- अपने बच्चे के प्रश्नों के उत्तर देने के लिए समय निकालने की कोशिश करें और संवाद के माध्यमों को खुला रखें
हमारे चिकित्सकों से पूछे जाने वाले सामान्य प्रश्न (Common questions our doctors are asked)
मेरा बच्चा इस बारे में चिंतित है कि उनके दादा–दादी बहुत बीमार पड़ सकते हैं या कोरोनावायरस से उनकी मृत्यु हो सकती है। मुझे उन्हें क्या बताना चाहिए?
ईमानदार बने रहना महत्वपूर्ण होता है, लेकिन आशावान और सकारात्मक बने रहें। अपने बच्चे को बताएँ कि सामाजिक दूरी और हाथों की स्वच्छता जैसी बातों का पालन करने से वयोवृद्ध संबंधियों को वायरस के संक्रमण से सुरक्षित रहने में सहायता मिल सकती है। उन्हें यह भी बताएँ कि ऑस्ट्रेलिया में बेहतरीन अस्पताल मौजूद हैं, जिनमें बहुत से डॉक्टर और नर्स लोगों के बीमार पड़ने पर उनकी देखभाल करने के लिए तैयार हैं।
मेरा बच्चा अभी भी अपने दोस्तों से मिलना चाहता है और उसने पूछा है कि क्या वह उनके साथ खेलने के लिए जा सकता है। मुझे क्या करना चाहिए?
अपने बच्चे को समझाएँ कि कोरोनावायरस के फैलाव को रोकने में सहायता करने का एक तरीका यह है कि हम दूसरे लोगों के साथ कम समय बिताएँ। साथ–मिलकर खेलने में समय बिताने के बजाए, उनके लिए दोस्तों के साथ सामाजिक रूप से जुड़ने के अन्य तरीकों के बारे में सोचें, जैसे फेसटाइम, फोन कॉल या पत्र लिखने के माध्यम से। उन्हें यह भी समझाएँ कि परिस्थितयाँ हमेशा ऐसी नहीं रहेंगी और अंत में सब–कुछ सामान्य हो जाएगा।
मेरे बच्चे ने समाचार में लोगों की मृत्यु होने के बारे में सुना है और वह इस बारे में चिंतित है कि उसके साथ भी यही होने जा रहा है। मुझे उसको क्या बताना चाहिए?
अपने बच्चे को आश्वासन दें कि कोरोनावायरस बच्चों को बहुत बीमार नहीं करता है और कोरोनावायरस से उनकी मृत्यु नहीं होगी। यदि उन्हें संक्रमण होता भी है तो यह सर्दी–जुकाम जैसा होगा, जिसके लक्षणों का अनुभव उन्हें पहले हो चुका है, जैसे गले में खराश, नाक बहना, खाँसी और बुखार, और वे लगभग एक सप्ताह में ठीक हो जाएँगे।
दि रॉयल चिल्ड्रेन्स हॉस्पिटल [The Royal Children’s Hospital] के सामान्य चिकित्सा [General Medicine], मनोविज्ञान [Psychology], सामाजिक कार्य [Social Work] और मानसिक स्वास्थ्य [Mental Health] विभागों द्वारा विकसित। हम आरसीएच [RCH] के उपभोक्ताओं और देखभालकर्ताओं के सुझावों को अभिस्वीकृति देते हैं।
मार्च 2020 में समीक्षा की गई।
किड्स हेल्थ इंफो [Kids Health Info] दि रॉयल चिल्ड्रेन्स हॉस्पिटल फाउंडेशन [The Royal Children’s Hospital Foundation] द्वारा समर्थित है। दान देने के लिए वेबसाइट
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